Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana Online Apply | Aatmnirbhar Gujarat Yojana | मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर गुजरात योजना उद्देश्य, पात्रता, जरूरी दस्तावेज व लाभ के बारे में जाने
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत बनाने का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री के इस आहवान को स्वीकार करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 5 अक्टूबर 2022 को आत्मनिर्भर गुजरात योजना की घोषणा की है। Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana के तहत उघोगो को विभिन्न प्रकार की सहायता और प्रोत्साहन देने के साथ राज्य में विनिर्माण को बढ़ावा देना है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से मुख्यमंत्री गुजरात योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे। तो आपसे निवेदन है कि आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के उद्यमियों के लिए 5 अक्टूबर 2022 को आत्मनिर्भर गुजरात योजना की शुरुआत की है। Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana का मकसद उघोगो को विभिन्न प्रकार की सहायता और प्रोत्साहन देने के साथ राज्य में विनिर्माण को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुजरात उद्यमियों का प्रदेश है। और राज्य देश का विनिर्माण केंद्र है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को पूरा करने के लिए देश की अगुवाई करने को तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana के माध्यम से उद्योगों को विशेष मदद मुहैया कराई जा सकेगी। इस योजना के माध्यम से 15 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त होगा और वे वैश्विक आपूर्ति श्रंखला का हिस्सा बन सकेंगे।
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Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana Key Highlights
योजना का नाम | मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर गुजरात योजना |
योजना की शुरुआत | मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने |
उद्देश्य | गुजरात को आत्मनिर्भर बनाना |
लाभार्थी | राज्य के 15 लाख लोग |
निवेश राशि | 12.50 लाख करोड़ रुपए |
तैयार होगा छोटे बड़े उद्योगों का इकोसिस्टम
इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) और मेघा इंटरप्राइजेज को मिलने वाले एंप्लॉय लिंक इंडस्ट्रीज अर्थात रोजगार से जुड़े प्रोत्साहन से इंडस्ट्रियल वर्क फोर्स तैयार की जाएगी। जिससे राज्य में गति आएगी। इसके साथ न्यू मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर विकास होने से अनुषांगिक छोटे बड़े उद्योगों का राज्य में एक पूरा इकोसिस्टम तैयार होगा। जो मैन्युफैक्चर सेक्टर में वैश्विक मिसाल बनेगा।
उदयमियों के निवेश के जोखिम को किया जाएगा कम
मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर गुजरात योजना की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा है। कि आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम फॉर असिस्टेंट टू इंडस्ट्रीज के मार्फत राज्य सरकार ने उद्यमियों की उद्यमशीलता और उनकी अपेक्षाओं को प्रोत्साहित कर उनके निवेश के जोखिम को कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। यह योजना राज्य में उद्यमियों के लिए नया वातावरण विकसित करेगी। साथ ही नवाचार के माध्यम से युवा उद्यमियों को जॉब क्रिएटर बनने के लिए प्रोत्साहित करेगी और राज्य में इस योजना के माध्यम से अधिक संख्या में नौकरी के अवसर पैदा होंगे।
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12 लाख करोड़ का निवेश और 15 लाख रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा है कि गुजरात की लगभग 33 लाख एमएसएमई इकाइयों का देश के मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट में सबसे बड़ा योगदान है। गुजरात निर्यात के मामले में भी देश भर में अग्रणी है। इस योजना के माध्यम से गुजरात आने वाले समय में देश के मैन्युफैक्चर परिदृश्य में आत्मनिर्भरता के साथ अपना विशेष स्थान बनाएगा। एक अनुमान के अनुसार मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर गुजरात योजना के माध्यम से राज्य में 12.50 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। जिसके चलते राज्य में लगभग 15 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होगे।
Mukhymantri Aatmnirbhar Gujarat Yojana का उद्देश्य
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 12.50 लाख करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने और 15 लाख युवकों के लिए रोजगार अवसर पैदा करने के उद्देश्य से उद्योगों को सहायता के लिए आत्मनिर्भर गुजरात योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मूल उद्देश्य उद्योगों को आकर्षित करना है। साथ ही उत्पादकों को सहयोग प्रदान कर रोजगार और मैन्युफैक्चरर क्षेत्रों में गुजरात को आत्मनिर्भर बनाना है। गुजरात सरकार आत्मनिर्भर होकर प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए तत्पर है। इस योजना के माध्यम से लाखों लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। जिससे बेरोजगारी दर में कमी आएगी।
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मुख्यमंत्री आत्मनिर्भर गुजरात योजना के तहत को मिलने वाले लाभ
- उदयोगों को निश्चित या स्थायी पूंजी निवेश का 75 फीसदी का लाभ 10 वर्षो तक मिलेगा।
- 35 लाख रुपए तक की कैपिटल सब्सिडी माइक्रो इंडस्ट्रीज के लिए मिलेगी।
- 7 वर्षों तक 35 लाख रुपए तक की वार्षिक ब्याज सब्सिडी एमएसएमई के लिए प्रदान की जाएगी।
- 10 वर्षों के लिए ईपीएफ रिइवर्समेंट को मिलेगा लाभ।
- विद्युत शुल्क से 5 वर्षों के लिए मुक्ति।
- युवाओं, महिलाओं और दिव्यांग उदयमियों के लिए अतिरिक्त इंसेंटिव्स।
बड़े उदयोगों को मिलने वाले लाभ
- बड़े उद्योगों को 12 फीसदी तक की सब्सिडी फिक्स कैपिटल इन्वेस्टमेंट पर
- 10 वर्षों के लिए ईपीएफ रिडबर्समेट
- उदयोगों को निश्चित या स्थायी पूंजी निवेश का 75 फीसदी का लाभ 10 वर्षो तक
- विद्युत शुल्क से 5 वर्षों के लिए मुक्ति