यूपी गौशाला योजना 2021-22: ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, लॉगिन व एप्लीकेशन स्टेटस

UP Gaushala Yojana Online Apply | यूपी गौशाला योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | यूपी गौशाला योजना एप्लीकेशन स्टेटस | UP Gaushala Yojana Application Form

देशभर में विभिन्न प्रकार की गौशाला स्थित है। इन सभी गौशालाओं के विकास के लिए सरकार निरंतर प्रयास करती है। जिसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा गौशालाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस लेख के माध्यम से आपको उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई यूपी गौशाला योजना से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी। आप इस लेख को पढ़कर Uttar Pradesh Gaushala Yojana का लाभ, उद्देश्य, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन करने की प्रक्रिया आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। तो यदि आप यूपी गौशाला स्कीम का पूरा ब्योरा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।

UP Gaushala Yojana 2021-22

उत्तर प्रदेश की गौशालाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश गौशाला अधिनियम 1964 आरंभ किया गया है। इस अधिनियम को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में लगभग 498 गौशाला है। इन सभी गौशालाओं के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। जिससे कि इनका विकास किया जा सके। इन योजनाओं के माध्यम से आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाती है। इसके अलावा गौशालाओं में काम कर रहे नागरिकों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए सभी गौशालाओं को पंजीकृत होना अनिवार्य है। गौशाला प्रबंधक द्वारा गौशाला का पंजीकरण प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश द्वारा किया जाता है। यह पंजीकरण आवेदक द्वारा खुद या फिर सीएससी केंद्र के माध्यम से भी किया जाता है।

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प्रदेश के नागरिकों को गौशाला पंजीकरण करवाने के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वह घर बैठे आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से गौशाला पंजीकरण करवा सकेंगे। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी तथा प्रणाली में भी पारदर्शिता आएगी।

यूपी गौशाला योजना का उद्देश्य

यूपी गौशाला योजना का मुख्य उद्देश्य प्रदेश कि सभी गौशालाओं का विकास करना है। इस योजना के माध्यम से गौशालाओं को आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाएगी। इसके अलावा गौशाला में काम करने वाले नागरिकों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। जिससे कि वह बेहतर प्रबंधन कर सकें। यह योजना ना केवल गौशालाओं का विकास करेगी बल्कि रोजगार के अवसर को बढ़ाने में भी कारगर साबित होगी। इस UP Gaushala Yojana 2021-22 के माध्यम से आवेदन खुद भी किया जा सकता है एवं सीएससी केंद्र के माध्यम से भी किया जा सकता है। प्रदेश के नागरिकों को आवेदन करने के लिए अब किसी भी सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह प्रक्रिया प्रणाली में पारदर्शिता लाएगी इसके अलावा समय की भी बचत होगी।

Key Highlights Of UP Gaushala Yojana 2021-22

योजना का नामयूपी गौशाला योजना
किसने आरंभ कीउत्तर प्रदेश सरकार
लाभार्थीप्रदेश में स्थित गौशाला
उद्देश्यप्रदेश में स्थित गौशालाओं का विकास करना
आधिकारिक वेबसाइटयहां क्लिक करें
साल2021
आवेदन का प्रकारऑनलाइन
राज्यउत्तर प्रदेश

यूपी गौशाला योजना के लाभ तथा विशेषताएं

  • उत्तर प्रदेश की गौशाला को बेहतर प्रबंधन के लिए उत्तर प्रदेश गौशाला अधिनियम 1964 आरंभ किया गया है।
  • इस अधिनियम को पूरा राज्य में लागू किया जाएगा।
  • उत्तर प्रदेश में लगभग 498 गौशालाएं हैं।
  • इन सभी गौशालाओं के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है।
  • इन योजनाओं के माध्यम से गौशालाओं का विकास किया जाता है।
  • यह योजनाएं न केवल गौशाला को आर्थिक सहायता मुहैया कराती है बल्कि गौशाला में काम कर रहे नागरिकों को प्रशिक्षण भी प्रदान करती हैं।
  • इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए सभी गौशालाओं को पंजीकृत होना अनिवार्य है।
  • यह पंजीकरण प्रदेशित गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश द्वारा किया जाता है।
  • आवेदक खुद या फिर सीएससी केंद्र के माध्यम से पंजीकरण कर सकता है।
  • प्रदेश के नागरिकों को पंजीकरण करने के लिए किसी भी सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
  • नागरिक घर बैठे आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण कर सकेंगे।
  • इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी तथा प्रणाली में पारदर्शिता आएगी।
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यूपी गौशाला योजना की पात्रता तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज

  • गौशाला उत्तर प्रदेश में स्थित होनी चाहिए।
  • केवल पंजीकृत गौशाला ही इस योजना का लाभ प्राप्त करने की पात्र है।
  • गौशाला में रखे गए गौवंशो का विवरण प्रपत्र
  • गौशाला हेतु उपलब्ध भूमि संबंधी अभिलेखों की प्रति
  • संस्था के सोसाइटी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, उद्देश्य एवं नियम वाली की छाया प्रति
  • गौशाला के आए- व्यय का विवरण
  • गौशाला पंजीकरण हेतु संस्था की कार्यकारिणी द्वारा प्रस्ताव की प्रति
  • समिति के बैंक खाते का विवरण
  • गौशाला स्थापित किए जाने संबंधी लेख/प्रस्ताव की प्रति
  • समिति पैन कार्ड और आधार कार्ड की प्रति
  • घोषणा पत्र पर समस्त अधिकारियों के हस्ताक्षर
  • अभिलेखों के रखरखाव, पत्राचार आदि के लिए अधिकृत न्याय संबंधी लेख/प्रस्ताव की प्रति
  • गौशाला की वर्तमान प्रबंधन समिति में उत्तरी अधिकारी नियमित किए जाने संबंधी लेख या प्रस्ताव की प्रति

रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।

  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • अब आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल कर आएगा।
  • आपको इस फॉर्म में निम्नलिखित जानकारियां दर्ज करनी होगी।
    • गौशाला का नाम
    • एस्टेब्लिशमेंट डेट
    • डिस्ट्रिक्ट
    • एप्लीकेंट नेम
    • फादर नेम
    • यूजरनेम
    • ईमेल
    • पासवर्ड
  • अब आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इसके पश्चात आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक यूजर आईडी एवं पासवर्ड आएगा।
  • आपको यूजर आईडी एवं पासवर्ड का प्रयोग करके लॉगइन करना होगा।
  • लॉग इन करने के पश्चात आपके सामने आवेदन फॉर्म खुलकर आएगा।
  • आपको इस फॉर्म में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी दर्ज करनी होगी।
  • अब आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आप रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
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सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • इसके पश्चात आपको वेरिफिकेशन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • अब आपको अपना जनपद तथा प्रमाण पत्र संख्या दर्ज करनी होगी।
  • इसके बाद आपको गेट स्टेटस के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आप सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन कर सकेंगे।

गौशालाओं की सूची देखने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • होम पेज पर आपको गौशाला के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
  • इस पेज पर आप गौशालाओं की सूची देख सकेंगे।

लॉगिन करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • इसके पश्चात आपको लॉगइन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • अब आपके सामने एक नया पेज खुल पर आएगा जिसमें आपको अपना यूजरनेम तथा पासवर्ड दर्ज करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आप लॉग इन कर सकेंगे।

अथॉरिटी से अपील करने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • होम पेज पर आपको अपील टू अथॉरिटी के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा।
  • इस पेज पर आपको निम्नलिखित जानकारी दर्ज करनी होगी।
    • फुल नेम
    • विलेज
    • थाना
    • डिस्ट्रिक्ट
    • ईमेल आईडी
    • फादर/हसबैंड नेम
    • पोस्ट
    • तहसील
    • मोबाइल नंबर आदि
  • अब आपको सेंडर अपील के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आप अपील कर सकेंगे।

अटैचमेंट की सूची देखने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • इसके पश्चात आपको अटैचमेंट के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • इसके बाद आपके सामने एक पीडीएफ फाइल खुलकर आएगी।
  • इस फाइल में आप अटैचमेंट की सूची देख सकेंगे।

रजिस्ट्रेशन स्टेटस देखने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको प्रादेशिक गौशाला पंजीकरण प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने होम पेज खुलकर आएगा।
  • होम पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन स्टेटस के विकल्प पर क्लिक करना होगा।

  • अब आपके सामने एक नया पेज खोलकर आएगा जिसमें आपको अपने जनपद का चयन करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको आवेदन क्रमांक संख्या दर्ज करनी होगी।
  • अब आपको गेट स्टेटस के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस प्रकार आप रजिस्ट्रेशन स्टेटस देख सकेंगे।