उत्तराखंड प्रवासी यात्रा पंजीकरण | Uttarakhand Migrant Workers Registration at dsclservices.org.in | COVID-19 उत्तराखंड प्रवासी यात्रा आवेदन
जैसा की आप सभी जानते है की आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस (COVID-19) से लड़ रही है। दुनिया के सबसे विकसित और ताकतवर देशों ने कोरोना वायरस के आगे घुटने टेक दिए है। जी हाँ, अमेरिका, स्पेन, ब्राजील, इटली जैसे देश इस महामारी को हराने में जुटे हुए है। भारत भी इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में है। भारत में लगातार कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में इजाफा हो रहा है। भारत ने इस वायरस से लड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया। लेकिन देश भर में लॉकडाउन लगने से नौकरी करने वाले लोग, छात्र, मजदूर किसी ओर अन्य राज्य में फंस गए।
Uttarakhand Migrant Workers Registration
ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार ने लोगों अपने राज्य पहुंचाने के लिए ट्रेन और बसें चलाई। इसके बावजूद भी लोग पैदल ही अपने गृह राज्य की तरफ पलायन करने लगे। इस दौरान उन्हें काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने मजदूरों और अन्य लोगों को वापस घर लाने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है। इसका नाम, “रजिस्ट्रेशन ऑफ माइग्रेंट्स एंड अदर्स फॉर ट्रैवलिंग टू उत्तराखंड”रखा गया है। इस पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर आप अपने राज्य वापस आ सकते हैं। तो चलिए जानें इस पोर्टल के बारे में पूरी जानकारी-
Uttarakhand Migrant के लिए कौन Registration कर सकता है
यह योजना सिर्फ उत्तरखंड के निवासियों के लिए मान्य है। इस योजना के अंतर्गत राज्य के मजदूर, छात्र और अन्य लोगों को ही पात्र माना जायेगा। राज्य के जो लोग दूसरे राज्य में फंसे हुए है और वह अपने घर वापस जाने की जुगत में लगे हुए है, तो वह पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन Registration कर सकते है। बता दें, अन्य राज्य से आने वाले लोगों को घर या अस्पताल में 14 दिन क्वारंटीन किया जायेगा।
उत्तराखंड प्रवासी यात्रा पंजीकरण
योजना | उत्तराखंड प्रवासी यात्रा पंजीकरण |
योजना की शुरुआत | मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत |
आरम्भ तिथि | 30 अप्रैल 2020 |
योजना का उद्देश्य | प्रवासी लोगो को उत्तराखंड वापस लाना |
आवेदन | ऑनलाइन पोर्टल द्वारा |
ऑफिशियल वेबसाइट | https://dsclservices.org.in/uttarakhand-migrant-registration.php |
उत्तराखंड प्रवासी यात्रा पंजीकरण के लिए जरुरी दस्तावेज
- यात्री उत्तराखंड का स्थायी निवासी होना चाहिए
- आवेदक का आधार कार्ड
- मूल पता प्रमाण पत्र
- आयु, लिंग
- मोबाइल नंबर
- परिवार में सदस्यों की संख्या
- जिस राज्य में फंसे है, वहां का पूरा पता
- मोबाइल आरोग्य सेतु ऐप में स्टेटस
उत्तराखंड प्रवासी यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें– dsclservices.org.in Apply Online
- सबसे पहले आपको उत्तराखंड सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट “रजिस्ट्रेशन ऑफ माइग्रेंट्स एंड अदर्स फॉर ट्रैवलिंग टू उत्तराखंड” पर जाना होगा।
- इसके बाद अधिकारिक वेबसाइट का पेज खुल जायेगा।
- होम पेज पर आपको “प्रवासी यात्रा हेतु पंजीकरण कोविड-19” का ऑप्शन दिखाई देगा, इस पर आपको क्लिक करना है।
- इस पर क्लिक करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म आएगा।
- इस फॉर्म में आपसे नाम, पता, आयु, लिंग और परिवार सदस्यों समेत कई जानकारियां पूछी जाएगी।
- पूरा फॉर्म भरने के बाद आपको सबमिट पर क्लिक करना होगा।
- फॉर्म सबमिट होते ही आपके नंबर पर एक मैसेज आएगा, जिसमे आपका रजिस्ट्रेशन नंबर होगा।
- इसके बाद सरकार द्वारा आपको सूचित किया जायेगा कि आपको कौन सी दिनांक को, कितने बजे, किस बस से जाना है।
घोषणा पर टिक करना है जरुरी
- आपको बता दें, फॉर्म के अंत में घोषणा पत्र दिया गया है। इस घोषणा पत्र को ठीक से पढ़कर आपको टिक का निशान लगाना है। घोषणा पत्र हुआ होगा –
- मैं घोषणा करता हूँ की मेरे द्वारा प्रदान की गयी जानकारी सही है और मेरे ज्ञान में है। मुझे पता है जब मैं यात्रा के बाद उत्तराखंड वापस आऊंगा तो मुझे अनिवार्य 14 दिनों के लिए क्वारिनटिन से गुजरना पड़ सकता है।
- यदि मेरे द्वारा दी गई सभी जानकारी गलत मिलती है तो महामारी अधिनियम या आपदा प्रबंधन में कार्यवाही की जा सकती है।
- इस घोषणा पर आपको टिक का निशान लगाना जरुरी है। इसके बाद ही आपका फॉर्म सबमिट होगा।
प्रवासी नागरिक सरकार की गाइड लाइन को करें फॉलो
- प्रवासी मजदूरों और नागरिकों के पास सभी जरुरी दस्तावेज होने चाहिए।
- 14 दिन क्वारंटीन के दौरान कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से अपने घर नहीं जा सकता।
- क्वारंटीन के दौरान उन्हें किसी से मिलने की इजाजत नहीं होगी।
- आगे किसी व्यक्ति के सर्दी, जुकाम और अन्य लक्षण दिखाई देने पर तुरंत कोरोना टेस्ट करवाया जायेगा।
- अन्य राज्य से आये व्यक्ति को अपने खानपान विशेष ध्यान रखना होगा।
- अन्य राज्य से आये व्यक्ति के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप होनी चाहिए।