Rajasthan Kusum Yojana Application Form | Kusum Yojana Apply Online | राजस्थान कुसुम योजना आवेदन फार्म | राजस्थान सोलर पंप योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन | कुसुम योजना पंप वितरण स्कीम
राजस्थान कुसुम योजना ये उन किसानों के लिए है जो सिंचाई के लिए पंपो को डीजल या पेट्रोल से चलाते है। इस योजना के अन्तर्गत किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप दिए जाएंगे। अबतक सिंचाई के लिए पंप डीजल या पेट्रोल से चलाये जा रहे है, इस योजना के तहत अब सौर उर्जा के माध्यम से सिंचाई की जा सकेगी। योजना के पहले चरण में देशभर में करीब 1.75 लाख पंप उन्हें अब सोलर पैनल की सहायता से चलाया जाएगा जो अबतक डीजल या पेट्रोल से चलते थे।
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Kusum Yojana 2020 New Update
इस योजना के अंदर, राज्य सरकार ने अगले 10 वर्षों में 17.5 हजार डीजल पंप और 3 करोड़ कृषि पंपों को सौर पंपों में बदलने का लक्ष्य रखा है। राजस्थान में किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण योजना है। सरकार ने राज्य के किसानों के खेतों में सौर पंप स्थापित करने और सौर ऊर्जा उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 50,000 करोड़ रुपये के शुरुआती बजट को अलग रखा है (50,000 करोड़ रुपये का प्रारंभिक बजट आवंटित किया गया है)। इस योजना के तहत, राज्य के 20 लाख किसानों को 2020-21 के बजट में सौर पंप स्थापित करने में मदद की जाएगी।
Rajasthan Kusum Yojana Registration 2020
बहुत से राज्य की फसलें सूखे से प्रभावित हो होती है, उन राज्यों के किसानों के लिए ये योजना काफी फायदेमंद साबित होगी, इससे फसलों को हानि काम होगी और अच्छे से सिंचाई हो पाएगी। Kusum Yojana 2020 के अंतर्गत 2 साल में यानी 2022 तक लक्ष्य के अनुसार करीब 3 करोड़ सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की लागत 1.4 लाख करोड़ रुपए (1.4 Lakh Cr Total Cost ) होगी। इसमें 48 हजार करोड़ की राशि का योगदान केंद्र सरकार करेगी और करीब इतने ही रुपए राज्य सरकार देगी। किसानों को इस Kusum Yojana 2020 के तहत कुल लगने वाली लागत का केवल 10 प्रतिशत का भुगतान करना होगा, जबकि 48 हजार करोड़ रुपये बैंक ऋण के माध्यम से किया जाएगा।
कुसुम योजना राजस्थान में स्थापित किये गए ऊर्जा सयंत्र
राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है जिसने इस योजना के तहत किसानों के चयन की प्रक्रिया को पूरा किया है, इस योजना के तहत राज्य के किसानों को सैकड़ों सौर ऊर्जा संयंत्र आवंटित किए गए हैं। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अध्यक्ष और सरकार के प्रधान सचिव, ऊर्जा अजिताभ शर्मा ने कहा कि निगम द्वारा इस योजना के पहले चरण में, वितरण कंपनियों में 33.11 kV किसानों को सबस्टेशनों में विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा स्टेशनों की स्थापना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था, क्योंकि राज्य के किसानों ने कुल 674 किसानों ने 815 मेगावाट की क्षमता के साथ आवेदन किए। 622 किसानों के लिए 722 मेगावाट के सौर ऊर्जा स्टेशनों की स्थापना लगभग पूरी हो चुकी है।
कुसुम योजना के कॉम्पोनेंट्स
- सौर पंप वितरण: योजना के पहले चरण में, राज्य की सरकार, केंद्र सरकार के साथ मिलकर बिजली विभाग, सौर ऊर्जा संचालित पंप वितरण का कार्य किसानों के लिए करेगी ।
- सौर ऊर्जा कारखाने का निर्माण: योजना के अंतर्गत सौर उर्जा कारखानों का निर्माण किया जाएगा
जिससे पर्याप्त बिजली उत्पन्न हो, इससे पेट्रोल और डीजल की आवश्यकता नहीं होगी। - ट्यूबवेल की स्थापना: योजना के तहत ट्यूबवेल की स्थापना की जाएगी जो कुछ मात्रा में बिजली का
उत्पादन करेंगे। - वर्तमान पंपों का आधुनिकरण: पुराने पंपों को नए सौर पंपो से बदला जाएगा और वर्तमान पंपो का
आधुनिकरण किया जाएगा।
कुसुम योजना के पहले चरण में 28000 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाले प्लांट्स सूखे क्षेत्रों में लगाए
जाएंगे, और करीब 17.5 लाख सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। किसानों
को लोन के रूप में बैंक कुल खर्च का 30% अतिरिक्त प्रदान करेगी। केवल अग्रिम लागत ही किसानों को
खर्च करनी होगी।
कुसुम सोलर पम्प स्कीम 2020
2020-21 के बजट को प्रस्तुत करते समय, वित्त मंत्री ने कहा कि 1.5 मिलियन किसानों को ग्रिड से जुड़े सौर पंप स्थापित करने के लिए धन प्रदान किया जाएगा। किसानों को उनकी सुखी जमीन पर सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने के बाद अतिरिक्त बिजली ग्रिड बेचने का विकल्प दिया जाएगा। राजस्थान का कोई भी इच्छुक किसान जो इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, उसे जल्द ही आवेदन करना चाहिए और योजना का लाभ उठाना चाहिए।
कुसुम योजना अपडेट
इस योजना के तहत, राजस्थान के कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने जयपुर के पास झोटवाड़ा पंचायत समिति क्षेत्र के कपाडीवास गांव में 7.5 एचपी क्षमता का पहला सब्सिडी वाला सौर ऊर्जा पंप संयंत्र शुरू किया। पहली बार राजस्थान में 7.5 एचपी क्षमता का सब्सिडी वाला प्लांट लगाया गया है। यह योजना उन किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी जिनके पास बिजली का कनेक्शन नहीं है और सिंचाई के लिए डीजल पेट्रोल चालित पंपों पर निर्भर हैं। 3 एचपी क्षमता से लेकर 7.5 एचपी क्षमता वाले सौर ऊर्जा पंप संयंत्र उन्नत बागवानी संरचना या जल बचत संयंत्र स्थापित करने वाले किसानों को सब्सिडी पर प्रदान किए जा रहे हैं।
राजस्थान कुसुम सोलर पंप विशेषताएं
0.5 मेगा वाट से लेकर 2 मेगा वाट तक के सोलर पंप राजस्थान राज्य के अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा कुसुम योजना के तहत वितरित किए जाएंगे।
कुसुम योजना 2020 का उद्देश्य
भारत में कई राज्य हैं जहां सूखा है। और वहां खेती करने वाले किसानों को सूखे का शिकार होना पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने PM Kusum Yojana 2020 शुरू की है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य देश के किसानों को मुफ्त में बिजली प्रदान करना है। इस योजना के तहत, किसानों को सिंचाई के लिए सौर पैनल प्रदान किया जाना चाहिए जैसे कि वे अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। इस कुसुम योजना 2020 के माध्यम से, किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा और उनकी आय भी बढ़ेगी। दूसरा, अगर किसान ज्यादा बिजली बनाते हैं और उसे ग्रिड में भेजते हैं। इसलिए उन्हें इसकी कीमत भी मिलेगी।
Kusum Yojana 2020 Highlights
योजना का नाम | कुसुम योजना 2020 |
इनके द्वारा लॉन्च की गयी | वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली जी के द्वारा |
कैटेगरी | केंद्र सरकार योजना |
उद्देश्य | रियायती मूल्य पर सौर सिंचाई पंप उपलब्ध कराना |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://rreclmis.energy.rajasthan.gov.in/kusum.aspx |
कुसुम योजना 2020 के लाभ
- योजना का लाभ देश के सभी किसान उठा सकेंगे
- डीजल पेट्रोल का खर्च बचेगा
- रियायती मूल्य पर पंप उपलब्ध होंगे
- सौर ऊर्जा संयंत्रों से सिंचाई की जा सकेगी
- इस योजना से अतिरिक्त बिजली का उत्पादन हो सकेगा
- योजना के तहत, किसानों को केवल 10% का भुगतान करना होगा, 60% केंद्र सरकार द्वारा किसानों को सौर पैनल स्थापित करने के लिए प्रदान किया जाएगा और बैंक 30% ऋण सहायता प्रदान करेगा।
- सूखाग्रस्त इलाकों के लिए योजना फायदेमंद रहेगी
- बिना बिजली कनेक्शन के भी अब सिंचाई हो पाएगी क्योंकि सोलर पैनल से बिजली का निर्माण किया जा सकेगा
- अतिरिक्त बिजली जो कि सोलर पैनल से बनेगी यदि किसान चाहे तो उसे बेच भी पाएगा, सरकारी या प्राइवेट विभागों में जहां से किसानों को करीब 6000 रुपये प्रति माह की मदद मिल सकेगी।
- योजना के तहत जो भी सौर पैनल लगाए जाएंगे, उन्हें बंजर भूमि में स्थापित किया जाएगा, ताकि बंजर भूमि का भी उपयोग किया जाएगा, और आय बंजर भूमि से प्राप्त की जाएगी।
कुसुम योजना ऑनलाइन आवेदन 2020 के दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- बैंक अकाउंट पासबुक
- आय प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पते का सबूत
- पासपोर्ट साइज फोटो
Kusum Yojana 2020 में आवेदन कैसे करे?
यदि इच्छुक किसान इस योजना के तहत आवेदन करना चाहते हैं, तो वे नीचे दिए गए तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदनकर्ता को इस स्कीम की Official Website पर जाना होगा। वेबसाइट पर जाने के बाद, होम पेज आपके सामने खुल जाएगा।
- इस होम पेज पर, आपको “Online Registration” पंजीकरण का विकल्प दिखाई देगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद, आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी जैसे नाम, पता, आधार नंबर, मोबाइल, आदि भरना होगा।
- अब जानकारी भरने के बाद अंत में सबमिट बटन पर क्लिक करें। सफल पंजीकरण के बाद आपको चयनित लाभार्थियों द्वारा अनुमोदित आपूर्तिकर्ताओं को सौर पंप सेट की लागत का 10% जमा करने के लिए निर्देशित किया जाता है।
- इसके बाद कुछ ही दिनों में उनके खेतो में सोलर पम्प लगाए जायेंगे|
कुसुम योजना आवेदन की सूची देखें
- इसको विकल्प पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने चयनित आवेदकों की सूची खुल जाएगी और अब आप
इस सूची के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति के नाम को आसानी से खोज सकते हैं। - कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए चयनित आवेदकों के नाम देखने के लिए, सबसे पहले आपको सौर योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद, विकल्प “कुसुम के लिए पंजीकृत आवेदनों की सूची” पर क्लिक करें।
Helpline Number
हमने इस आर्टिकल में कुसुम योजना से जुड़ी सभी मह्वपूर्ण जानकारियां दी है। यदि आप को फिर भी कोई समस्या है तो आप कुसुम योजना हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
- Contact Number- 011-243600707, 011-24360404
- Toll-Free Number- 18001803333